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Friday, 7 September 2018

सुभाषित

लालयेत पंचवर्षाणि ,द्वादशवर्षाणि  ताडयेत | 
प्राप्ते तु षोडशे वर्षे ,पुत्रं   मित्रमिवाचरेत  || 

अथार्त :-पुत्र का ५ वर्ष तक की आयु तक स्न्हेपूर्वक लालन पालन करे ,उसके बाद १० से १५ वर्ष तक उसे डाँटकर या दंड देकर अच्छे कामो में लगाए | परन्तु १६ वर्ष का होने पर उसके साथ मित्र की भांति व्यहवार करे | 

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